शिक्षा का अधिकार कानून भले ही देश में लागू कर दिया गया है, पर पिछड़े इलाकों के बच्चे पेट की भूख शांत करने के लिए बैल-बकरी ही चरा रहे हैं। पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा प्रखंड अंतर्गत चीनीबाड़ी गांव में स्कूल जाने के बजाय बच्चों को पशुओं को चराने की ट्रेनिंग दी जाती है।
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