-बारिश में भी रही जनजागरण रथ की धूम-'बिहार के बाद अब झारखंड को ठीक करने की बारी'-'विधायकों को कार्यकाल के बीच में वापस बुलाने की व्यवस्था लागू हो'---------
अशोक सिंह, जमशेदपुर : झारखंड राज्य का गठन हुए नौ साल हो गये हैं। इस दौरान छह मुख्यमंत्री व छह राज्यपाल बने, मगर पता भी नहीं चला। वाकई इस मामले में भी झारखंड ने रिकार्ड बनाया है मगर विकास के मामले में हर मोर्चे पर राज्य शून्य साबित हुआ है। लोगों के बीच पहुंचने के बाद जागरण अभियान रथ जब यह याद दिलाता है तो लोगों में आक्रोश उमड़ पड़ता है। दैनिक जागरण के जनजागरण अभियान के दौरान नुक्कड़ नाटक व लघु फिल्म देखने के बाद लोग खुद कहते हैं 'बस अब और नहीं'।मंगलवार को जनजागरण रथ की रफ्तार और तेज हो गयी। शहर में जब रथ सोनारी वेस्ट ले आउट पहुंचा तो उसे देखने व सुनने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा। नुक्कड़ नाटक 'नोट के बदले वोट' का मंचन होने पर खूब तालियां बजीं। सोनारी निवासी व मल्टीनेशनल कंपनी से रिटायर्ड 70 वर्षीय एके चौधरी कहते हैं वेरी इंटरेस्टिंग! उन्होंने कहा कि मतदान को लेकर हम सब में उदासीनता आयी है, तभी तो हमें नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। रविशंकर मिश्र कहते हैं विधायकों को कार्यकाल के बीच में वापस बुलाने की व्यवस्था लागू होनी चाहिये। थोड़ी देर बाद जनजागरण का कारवां कदमा बाजार पहुंचता है। नुक्कड़ नाटक शुरू होने में देर होने पर लोगों की बेचैनी बढ़ जाती है। नाटक का मंचन शुरू होता है तो लोगों में खामोशी छा जाती है। लेकिन जबरदस्ती वोट मांगने वाले सीन ने लोगों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया। ऐसे में कदमा निवासी कृत्या नंद ठाकुर कहते है नेता राष्ट्र भक्त हो, न की बोतल भक्त।शाम पांच बजे जनजागरण रथ ज्योंही शास्त्री नगर पहुंचा तो वहां स्वागत बारिश ने किया। लोग लघु फिल्म देखने के बाद प्रतिक्रिया देते हैं। दैनिक जागरण का यह प्रयास काफी सराहनीय है। रामजी शर्मा कहते हैं राज्य का गठन जिस उद्देश्य से किया गया था, उसे भ्रष्ट नेताओं ने मिट्टी में मिला दिया। नाटक देखने के बाद शिवराम कृष्ण शर्मा कहते हैं कि झारखंड दुनिया का सबसे भ्रष्ट राज्य बनने में शुमार हो गया है। बिहार तो ठीक हो गया है अब झारखंड को ठीक करने की बारी आ गयी है।