शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

यही है जरवा सभ्यता

जरवा अंडमान निकोबार द्वीप के मूल जनजाति बताये जाते हैं। पश्चिम मेदिनीपुर जिलांतर्गत घाटाल में शिशु उत्सव दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा इस जनजाति की सभ्यता व संस्कृति को दर्शाते हुये उनके नृत्य को पेश किया गया, जिसमें यह दिखाया गया कि आधुनिक काल में अस्तित्व रहने के बावजूद जरवा जनजाति का रहन-सहन किसी पशु के समान ही है, तभी तो वे आज भी पशुओं के समान ही पानी पीते हैं

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