अशोक सिंह, जमशेदपुर : अपराधियों पर लगाम लगाने वाली पुलिस जब खुद ही अपराधी के रूप में नजर आये तो इसे क्या कहा जायेगा। जमशेदपुर के कुछ पुलिसकर्मियों पर हत्या, चोरी, डकैती, बलात्कार व धोखाधड़ी जैसे संगीन आरोप लगना चौकने वाली है। ऐसे ही नौ पुलिस अधिकारियों व जवानों के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं। वहीं पिछले पांच वर्ष में ऐसे 847 पुलिस अधिकारी व सिपाही आदेश का उल्लंघन करने व ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में निलंबित किये जा चुके हैं। सूचनाधिकार के तहत जमशेदपुर पुलिस उपाधीक्षक सह जनसूचना पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पुलिसवालों में से चार की गिरफ्तारी हो चुकी है, पांच जमानत पर हैं और चार मामले लंबित हैं। इनमें एक की मौत हो चुकी है जबकि पांच पर विभागीय कार्रवाई चल रही है। साकची थाने में वर्ष 2008 व 2010 में दो पुलिस कांस्टेबल अजीत राय व चंदन सान्याल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया तो सिदगोड़ा में जमीरा बानरा कानून के घेरे में आए। हालांकि जमीरा की मौत हो चुकी है। सिदगोड़ा थाने में डीएसपी ओ. उरांव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इन पर चोरी, शांति व्यवस्था को भंग करने व जान-बूझकर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज है। हालांकि इस मामले में विभाग ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। परसुडीह थाने में कंस्टेबल प्रमोद यादव पर डकैती का आरोप है। यह मामला अदालत में लंबित है। जनवरी 2010 को मानगो में थाना प्रभारी गुलाब रवानी खान के खिलाफ चोरी व महिला से अभद्र व्यवहार के संगीन मामले दर्ज हुए। वहीं मानगो थाने में दो और कांस्टेबल पर मामले दर्ज किये गये। जवान अशोक कुमार सिंह पर दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा खतरे में डालने का आरोप है जबकि राजेश पासवान अपहरण व बलात्कार का आरोपी है। इस केस में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है।
दागदार वर्दीधारी
अजीत राय(कांस्टेबल) साकची- धारा 387/120बी
चंदन सान्याल(कांस्टेबल)-साकची- धारा-387/120बी
जमीरा बानरा-(कांस्टेबल मृत), सिदगोड़ा-धारा-302/201/34
ओ. उरांव-(डीएसपी)-सिदगोड़ा-धारा-341/323/379/504/34
प्रमोद यादव-(कांस्टेबल),परसुडीह-धारा-392
गुलाब रवानी(थाना प्रभारी), मानगो-धारा-341/323/325/504/34/379
उमेश प्रसाद सिंह(कांस्टेबल)-मानगो-धारा-342/323/354/379
अशोक कुमार सिंह(कांस्टेबल)-मानगो-धारा -279/337/338
राजेश पासवान(कांस्टेबल)-मानगो-धारा -363/366/376/504/323/494
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