जहां शहीदों को मिलते हैं सिर्फ एक लाख रुपये
-चावल 40 रुपये किलो, सिम कार्ड मुफ्त
देश जहां स्वतंत्रता दिवस की 63वीं वर्षगांठ मना रहा है, वहीं दूसरे ओर पूरा भारत महंगाई व भ्रष्टचार से जूझ रहा है।
देश को 'अतुल्य भारत' की संज्ञा दी जा रही है। लेकिन एक बहुत बड़सा सवाल है हमारे देश में 'ओलंपिक निशानेबाज को स्वर्ण पदक मिलता है तो सरकार उसे तीन करोड़ रुपये देती है। मगर जब हमारे बहादुर सैनिक आतंकवादियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो जाते हैं तो सरकार की जेब से सिर्फ एक लाख रुपये ही निकल पाते हैं। वाकई अतुल्य भारत!'
डायन महंगाई खाये जात है।
'हमारे देश में चावल 40 रुपये किलो मिलता है लेकिन मोबाइल का सिम कार्ड मुफ्त मिलता है। ऐसा देश है मेरा! यहां कार लोन पांच प्रतिशत ब्याज दर जबकि छात्रों को शिक्षा ऋण 12 प्रतिशत ब्याज दर पर मिलता है।'
देश में लगातार बढ़ रही कन्या भ्रूण हत्या की घटना बढ़ रही है। मंदिरों में कुछ लोग दुर्गा देवी की पूजा करते हैं पर घर में लड़कियों के पैदा होने से पहले उनकी हत्या कर देते हैं। यही नहीं पिज्जा यहां एम्बुलेंस से पहले पहुंच जाता है.. ऐसा देश है मेरा।'
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